फूल अशोक हवन जो करई। ताके गृह सुख-सम्पत्ति भरई।। ध्यान करै जो बन्ध्या नारी। पावै पुत्रादिक फल चारी।। म्रियते ज्वरदाहेन दशमेंऽहनि न संशयः॥ ३० ॥ जिह्वाग्रमादाय करेण देवी, वामेन शत्रून परिपीडयन्तीम्। यद् यत् कामयते कामं साध्यासाध्ये महीतले॥ २० ॥ Devotees of Maa Baglamukhi believe that worshipping her will help defeat https://josuebgmpo.blogacep.com/35843764/the-best-side-of-baglamukhi